October 11, 2009

ज़िंदगी का ये कारवाँ तन्हा

सफ़र तन्हा , रास्ता तन्हा
ज़िंदगी का ये कारवाँ तन्हा
साथी मिले , साथी चले
चल पड़े हम भी आगे तन्हा
साथ उसका होगा ना होगा , उलझने बहुत
और ख़याल तन्हा
सफ़र तन्हा रास्ता तन्हा
ज़िंदगी का ये कारवाँ तन्हा
रिश्ते छूटे साथ छूटा
निकले है हम इस कदर तन्हा
ढूँढने को अपनी मंज़िल, चल रहा
हर शख्स तन्हा......

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